Kam Se Kam Itna Kaha Hota Alka Yagnik, Mukul Agarwal Song Download


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Song Lyrics
कम से कम इतना कहा होता
कि होने लगा मुझ से प्यार है
मुझ से प्यार है, मुझ से प्यार है
कम से कम इतना कहा होता
कि होने लगा मुझ से प्यार है
मुझ से प्यार है, मुझ से प्यार है
ऐसे कैसे मैं सनम तुम से कहती भला?
कि मेरा भी दिल सदियों से तुम्हारे लिए बेक़रार है
बेक़रार है, बेक़रार है
कम से कम इतना कहा होता
कि होने लगा मुझ से प्यार है
मुझ से प्यार है, मुझ से प्यार है
दिल में छुपा के क्यूँ रखा था तूने
ऐसे हसीं जज़्बात को?
हो, दिल में छुपा के क्यूँ रखा था तूने
ऐसे हसीं जज़्बात को?
होंठों पे जो भी आए कह देना मुझ से
अब ना छुपाना किसी बात को
मोहब्बत तो मैं करती थी
मगर दुनिया से डरती थी
कम से कम इतना कहा होता
कि होने लगा मुझ से प्यार है
मुझ से प्यार है, मुझ से प्यार है
कम से कम इतना कहा होता
कि होने लगा मुझ से प्यार है
मुझ से प्यार है, मुझ से प्यार है
देखो ज़रा मेरी आँखों में, साजन
तेरी वफ़ा का नूर है
हो, देखो ज़रा मेरी आँखों में, साजन
तेरी वफ़ा का नूर है
मेरी तमन्ना दुल्हन बनी है
प्यार तेरा सिंदूर है
मैं डोली ले के आऊँगा
तुझे दुल्हन बनाऊँगा
कम से कम इतना कहा होता
कि होने लगा मुझ से प्यार है
मुझ से प्यार है, मुझ से प्यार है
कम से कम इतना कहा होता
कि होने लगा मुझ से प्यार है
मुझ से प्यार है, मुझ से प्यार है
ऐसे कैसे मैं सनम तुम से कहता भला?
कि मेरा भी दिल सदियों से तुम्हारे लिए बेक़रार है
बेक़रार है, बेक़रार है
कम से कम इतना कहा होता
कि होने लगा मुझ से प्यार है
मुझ से प्यार है, मुझ से प्यार है
कम से कम इतना कहा होता
कि होने लगा मुझ से प्यार है
मुझ से प्यार है, मुझ से प्यार है