Log To Mandir Masjit Jayen Asha Bhosle, Shabbir Kumar Song Download


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Song Lyrics
लोग तो मंदिर-मस्जिद जाएँ, ढूँढे पत्थर सिल में
आशिक़ को रब नज़र आए महबूब के काले तिल में
क्यूँ ये उसको बन-बन ढूँढें
क्यूँ ये तीरथ जाएँ
आशिक़ का रब तो रहता है
ख़ुद आशिक़ के दिल में
कोई सोना, कोई चाँदी
कोई पीतल भरी परात ਵੇ
धरती को कलई करा दे
नाचूँगी सारी रात ਵੇ
ना सोना, ना चाँदी
ना पीतल भरी परात ਨੀ
मेरे सुर में ताल मिला दे
गाऊँगा सारी रात ਨੀ
कोई सोना, कोई चाँदी
इश्क़ ने दिल में ली अँगड़ाई
नींद ना आने की रुत आई
नींद ना आने की रुत आई
रुत ने ओढ़ी लाल चुनरिया
सेज पे जैसे कोई दुल्हनिया
सेज पे जैसे कोई दुल्हनिया
रुत ने ओढ़ी लाल चुनरिया
सेज पे जैसे कोई दुल्हनिया
सेज पे जैसे कोई दुल्हनिया
सुन रे रबीले, छैल-छबीले
तुझको छुपा लूँ, सुरमाँ बना लूँ
अँखियों में डालूँ, आ-आ
कोई सोना, हो, कोई चाँदी
कोई पीतल भरी परात ਵੇ
धरती को कलई करा दे
नाचूँगी सारी रात ਵੇ
ना सोना, ना चाँदी
ना पीतल भरी परात ਨੀ
मेरे सुर में ताल मिला दे
गाऊँगा सारी रात ਨੀ
कोई सोना, हो, कोई चाँदी
प्यार के आग में जो जल जाए
उसकी राख भी पूजी जाए
उसकी राख भी पूजी जाए
आग से मेरी झोली भर दे
शम्मा, मुझे परवाना कर दे
शम्मा, मुझे परवाना कर दे
आग से मेरी झोली भर दे
शम्मा, मुझे परवाना कर दे
शम्मा, मुझे परवाना कर दे
सुन ਨੀ रंगीली, छैल-छबीली
इश्क़ जगा ले, ख़ुद को जला ले
राख बना ले, हाँ-हाँ
कोई सोना, कोई चाँदी
कोई पीतल भरी परात ਵੇ
धरती को कलई करा दे
नाचूँगी सारी रात ਵੇ
ना सोना, ना चाँदी
ना पीतल भरी परात ਨੀ
मेरे सुर में ताल मिला दे
गाऊँगा सारी रात ਨੀ